Author 1 :- प्रीती ( Research Scholar )
Author 2 :- DR MEENAKSHI SHARMA ( Professor )
आधुनिक युग में निक्षा एक ऐसा महत्वपूर्ण उपकरर् है जो नकसी भी समाज की समृद्धि, कल्यार् और सुरक्षा के निए आवश्यक है। यह िोध पत्र इस बात पर केंनित है नक निक्षा कैसे एक समाज को आनथणक रूप से समृि, सामानजक रूप से कल्यार्कारी और सुरनक्षत बिािे में मदद करती है। निक्षा व्यद्धियोों को ज्ञाि और कौिि प्रदाि करती है, जो उन्हें बेहतर जीवि जीिे और समाज में सकारात्मक योगदाि करिे में सक्षम बिाती है। निनक्षत व्यद्धि अनधक उत्पादक होते हैं, वे बेहतर निर्णय िेते हैं और वे अपिे अनधकारोों और नजम्मेदाररयोों के बारे में अनधक जागरूक होते हैं। निक्षा आनथणक नवकास का एक महत्वपूर्ण चािक है। निनक्षत कायणबि अनधक कुिि होता है, जो व्यवसायोों को अनधक प्रनतस्पधी बििे और अथणव्यवस्था को नवकनसत करिे में मदद करता है। निक्षा िवाचार और उद्यनमता को भी बढावा देती है, जो िए उद्योगोों और िौकररयोों का सृजि करती है। निक्षा सामानजक कल्यार् को भी बढावा देती है। निनक्षत व्यद्धि बेहतर स्वास्थ्य और कल्यार् का आिोंद िेते हैं। वे गरीबी और असमािता से िड़िे में अनधक सक्षम होते हैं। निक्षा सामानजक न्माय और समािता को भी बढावा देती है, जो सभी के निए एक बेहतर समाज का निमाणर् करती है। निक्षा सुरक्षा का भी एक महत्वपूर्ण घटक है। निनक्षत व्यद्धि अपराध और नहोंसा में िानमि होिे की सोंभाविा कम होती है। वे सोंघर्षों को िाोंनतपूवणक हि करिे में अनधक सक्षम होते हैं। निक्षा आतोंकवाद और उग्रवाद के द्धििाफ िड़ाई में भी महत्वपूर्ण भूनमका निभाती है। यह िोध पत्र निक्षा के महत्व को उजागर करता है और यह निष्कर्षण निकािता है नक निक्षा ही आधुनिक समाज की समृद्धि, कल्यार् और सुरक्षा का मापदोंड है।